नहीं ठहरता कहीं मन भटकता बादल सा है, कहीं दूर जा कर अटकता सा है। नहीं ठहरता कहीं मन भटकता बादल सा है, कहीं दूर जा कर अटकता सा है।
क्या अब मेरे, सुख भरे दिन नहीं लौटेगें? क्या अब मेरे कर्ण , उस ध्वनि को नहीं सुन पाय क्या अब मेरे, सुख भरे दिन नहीं लौटेगें? क्या अब मेरे कर्ण , उस ध्वनि को...
अब उन्हें क्या बताऊँ कि तुझे याद करने का यही एक तरीका अब उन्हें क्या बताऊँ कि तुझे याद करने का यही एक तरीका
भारत-पुत्र को जान गया इतिहास को जो बदल सके। समस्त विश्व में रोशन किया भारत-पुत्र भारत-पुत्र को जान गया इतिहास को जो बदल सके। समस्त विश्व में रोशन किया ...
बड़ी बनूँ कुछ मैं भी बड़ी बनूँ कुछ मैं भी
चाहना तुमको हमेशा, यही मेरी ज़िन्दगी है प्यार करना तुमको हमेशा, यही मेरी बंदगी है खु चाहना तुमको हमेशा, यही मेरी ज़िन्दगी है प्यार करना तुमको हमेशा, यही मेरी बंदगी...